The Definitive Guide to हल्दी का नियमित सेवन करने के फायदे

Wiki Article



आयुर्वेद में सालो से हल्दी का इस्तेमाल दर्द निवारक दवाइयों के रूप में होता चला आ रहा है। इसे जोड़ों के दर्द को दूर रखने के साथ ही संक्रमण और फ्लू के खतरे को कम करने में कारगर माना जाता है। हल्दी के एंटी इंफ्लेमेटरी गुण गठिया के दर्द और सूजन को भी ठीक करने में मदद करते हैं।

जब भी घर में अपने लिए सूप बनाएं, उसमें एक चम्मच हल्दी पाउडर डाल लें। 

अगर आप अस्थमा के मरीज हैं तो आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह के अनुसार हल्दी का नियमित सेवन करें।

हल्दी वाला दूध पिने से मधुमेह नियंत्रित रहता है।

जानते हैं खाली पेट शहद और हींग को एक साथ देने के फायदे के बारे में...

हल्दी दूध कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है क्योंकि इसमें सूजन को कम करने वाले और एंटी-ऑक्सीडेंट दोनों गुण होते हैं। यह सिरदर्द और घावों के कारण शरीर में हो रही सूजन या दर्द से राहत देने में मदद करता है। यह पुराना उपाय एक शक्तिशाली संयोजन है जिसके कई स्वास्थ्य लाभ हैं। आइए जानें हल्दी के दूध के फायदे के बारे में विस्तार से -

हल्दी को अनेक सौंदर्य प्रसाधनों में इस्तेमाल किया जाता है क्योंकि यह त्वचा में गोरापन और निखार लाती है। यह त्वचा को चिकना बनाता है, झुर्रियों को हटाता है और समय से पहले बुढ़ापे के अन्य लक्षण जैसे मुँहासे कम कर देता है, और निशान को हल्का करता है। (फुंसी हटाने के घरेलु उपाय)

खांसी चाहे सूखी हो या बलगम वाली दोनों ही कफ दोष प्रकुपित होने के कारण होती है। हल्दी में कफ को संतुलित करने का गुण होता है जिसके कारण यह हर प्रकार की खांसी में लाभदायक होती है।

क्या प्रेगनेंसी के दौरान हल्दी का सेवन करना सुरक्षित है? प्रेगनेंसी के दौरान अधिक हल्दी का सेवन गर्भाशय को उत्तेजित कर सकता है। इसलिए इस समय हल्दी का सेवन जरूरत भर ही करें। ज्यादा मात्रा में कच्ची हल्दी का सेवन प्रेगनेंसी के दौरान नहीं करना चाहिए।

हल्दी वाला दूध किसे नहीं पीना चाहिए? यूं तो हल्दी वाला दूध बेहद फायदेमंद होता है। लेकिन जिन लोगों को पित्त व किडनी स्टोन की समस्या हो और ज्यादा ब्लीडिंग की दिक्कत हो तो उन्हें हल्दी वाला दूध नहीं पीना चाहिए।

बच्चों के कब्ज का घरेलू उपचार हल्दी से

• हल्दी में करक्यूमिन तथा टरमरोन घटक होने के कारण योगिक मस्तिष्क की कोशिकाओं को ठीक करने में मदद करता है । स्ट्रोक या अल्जाइमर रोग में न्यूरोडेजेनरेटिव बीमारियों को रोकने में मदद करता है । करक्यूमिन अल्जाइमर रोग में स्मृति के सुधार में Source मदद करता है। यह अल्जाइमर रोग की गति को धीमा करता है । या रोक भी लगाता है । मस्तिष्क में आई हुई गठन को दूर करता है । ऑक्सीजन लेवल को सुधारने में भी मदद करता है ।

और पढ़े: गले के दर्द को दूर करे सेम की फली

असल में हल्दी आंतों के ज़हर को दूर करके रोगो से बचाव करती है।

Report this wiki page